नई दिल्ली: किसान आन्दोलन आजादपुर मंडी में कारोबार मंदा होने से दैनिक मजदूरों की परेशानी बढ़ गई है। यहां काफी तादाद में लोडिंग-अनलोडिंग का काम मजदूर करते हैं। इसके अलावा टेंपो, ट्रक और रेहड़ी वालों के कारोबार पर भी असर पड़ा है। वहीं अन्य राज्यों से भी कारोबारी कम ही आ पा रहे हैं, ऐसे में इसका असर उनके मजदूरी पर भी पड़ा है। कई बार तो काम ही नहीं मिलता है, कई बार मिलता है भी तो मजदूरी पहले से कम मिल रही है। पहले एक मजदूर कई आढ़तियों के पास काम कर लेते थे, अब एक जगह ही काम ठीक से मिल जाए तो काफी है।आजादपुर मंडी में सब्जी और फलों का कारोबार बड़े स्तर पर है। यहां से कई राज्यों से फलों और सब्जियों की आवक है और यहां से कई राज्यों के कारोबारी फल और सब्जियां ले भी जाते हैं। ऐसे में यहां रोजाना काफी संख्या गाड़ियां आती थीं, अब किसान आंदोलन के कारण सब्जियों और फलों की आवक में कमी के कारण गाड़ियां भी कम हो गई हैं। इसका सीधा असर दैनिक मजदूरों पर पड़ा है। रोजाना दिहाड़ी पर काम करने वाले मजदूरों का कहना है कि पहले सुबह से दोपहर तक रोजाना 8 से 10 गाड़ियों को खाली कर देते थे, लेकिन अब गाड़ियां ही कम आ रही है, तो अब काम भी कम ही मिल रहा है। ऐसे में अब घर चलाना भी मुश्किल हो रहा है।
आजादपुर मंडी : बॉर्डर सील होने से कम हुआ कारोबार, मजदूरों की बढ़ी परेशानी..|
