कानपुर। क्राइम ब्रांच ने काल सेंटर की आड़ में लोगों से ठगी करने की सूचना पर किदवई नगर डी-ब्लाक स्थित एक काल सेंटर में छापा मारा। टीम ने यहां काम कर रहे 12 से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर छानबीन शुरू की है। पुलिस ने बाबूपुरवा थाना क्षेत्र में भी एक काल सेंटर में छापा मारा है।क्राइम ब्रांच को काल सेंटर की आड़ में लोगों से ठगी करने के बारे में जानकारी मिली थी। इसपर क्राइम ब्रांच प्रभारी विजय दर्शन ने टीम के साथ छापा मारा। जहां संचालक समेत 12 से अधिक लोग काम करते मिले। टीम ने यहां के सिस्टम आदि कब्जे में लिए हैं। वहीं, काम कर रहे लोगों से पूछताछ शुरू की है। सूत्रों ने बताया कि काल सेंटर में विदेशों में एजुकेशन लोन में छूट दिलाने का झांसा देकर लोगों के साथ ठगी की जानकारी हुई थी। अब तक छानबीन में सामने आया है कि एनआरआइ सिटी के पास रहने वाला अंकित त्रिपाठी पार्टनरशिप में काल सेंटर का संचालन कर रहा था। टीम अंकित और उसके साथियों से पूछताछ कर रही है। क्राइम ब्रांच की टीम ने काल सेंटर संचालन के लिए आवश्यक प्रपत्र मांगे हैं। देर रात तक संचालक और उसके साथी कोई भी प्रपत्र टीम को उपलब्ध नहीं करा सके। वहीं, टीम ने बाबूपुरवा थाना क्षेत्र में भी एक अन्य काल सेंटर में छापा मारा। क्राइम ब्रांच प्रभारी विजय दर्शन का कहना है कि फर्जीवाड़े की सूचना पर छापे मारे गए थे। फिलहाल अभी मामले की जांच जारी है।
20 से 25 वर्ष तक के होते हैं एजुकेशन लोन
क्राइम ब्रांच सूत्र ने बताया कि विदेशों में एजुकेशन लोन 20 से 25 वर्ष तक की समय अवधि वाले होते हैं। जिसे चुकाने के लिए लोग छूट के लालच में फंसते हैं। धोखाधड़ी करने वाले शातिर एक बार का भुगतान करके लोन माफ कराने का झांसा देकर जाल में फंसाते हैं। फर्जीवाड़ा करने वाले आरोपी लोन लेने वालों का डाटा खरीदते हैं। इसके बाद उन्हें डायलर के माध्यम से काल करते हैं।