मॉस्को/कीव। पूर्वी यूरोप में रूस और यूक्रेन के बीच जारी तनाव अब अपने चरम पर पहुंच गया है। दोनों देशों ने एक दूसरे पर हमले का आरोप लगाया है। यूक्रेन का कहना है कि गुरुवार को रूस समर्थित अलगाववादियों ने उसके डोनबास क्षेत्र के एक गांव में स्कूल पर गोले दागे। इस हमले में तीन लोगों के घायल होने की खबर है। वहीं, रूसी मीडिया ने अलगाववादियों के नेता लियोनिद पासेचनिक के हवाले से यूक्रेनी आम्र्ड फोर्सेस पर लुहान्स्क क्षेत्र में आम नागरिकों पर हमले का आरोप लगाया।रूस हमले के लिए झूठा बहाना गढ़ सकता है
अमेरिकी अधिकारी पहले ही आशंका जता चुके हैं कि रूस फाल्स फ्लैग ऑपरेशन का बहाना लेकर यूक्रेन पर हमला कर सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन भी दोनों देशों के बीच युद्ध की आशंका जाहिर कर चुके हैं। रूस ने यूक्रेन बॉर्डर से अपने सैनिकों की वापसी की बात कही है, लेकिन अमेरिका को अब भी उस पर भरोसा नहीं है। बुधवार को व्हाइट हाउस के संबोधन में बाइडेन ने कहा कि हम रूस के वादों और दावों पर फिलहाल, भरोसा नहीं कर सकते। यूएनएससी में रूस पर बरसे एंटनी ब्लिंकन
यूक्रेन तनाव को लेकर कल संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भी बैठक हुई। अमेरिकी किसी भी मामले में पीछे हटने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि यह तो साफ तौर पर तनाव बढ़ाने वाला कदम है। इन तरीकों के इस्तेमाल से डिप्लोमैटिक सॉल्यूशन नहीं खोज सकते।लॉयड ऑस्टिन और जेन्स स्टोलटेनबर्ग की मुलाकात
यूक्रेन तनाव के मद्देनजर अमेरिका के रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने ब्रसेल्स में नाटो हेड जेन्स स्टोलटेनबर्ग से मुलाकात की। लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि रूस अभी भी यूक्रेन बॉर्डर के नजदीक अपने सैनिकों की तैनाती बढ़ा रहा है। रूसी सैन्य तैयारियों में वॉर प्लेन को भी जोड़ा जा रहा है और युद्ध के दौरान घायल होने वाले सिपाहियों के लिए ब्लड का स्टॉक भी किया जा रहा है। वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने एक बार फिर स्पष्ट किया कि नाटो की सदस्यता उनके देश की दीर्घकालिक सुरक्षा के लिए जरूरी है।