कानपुर। फाल्गुन के महीने में ही सूरज की तपिश और बढ़ते तापमान ने जेठ जैसी गर्मी का अहसास करा दिया है। पिछले 10 दिन में ही तापमान में 6.6 डिग्री सेल्सियस की उछाल दर्ज की गई है। तेज धूप अब जलन पैदा करने लगी है। रविवार को इस साल का सबसे गर्म दिन रिकॉर्ड किया गया। अधिकतम तापमान 36.8 डिग्री जबकि न्यूनतम तापमान 1.7 डिग्री घटकर 18.5 डिग्री सेल्सियस रहा। इससे पहले के वर्षों में मार्च में अधिकतम तापमान 30 से 35 डिग्री सेल्सियस तक होता था। वहीं, मौसम वैज्ञानिकों ने लगातार तापमान बढऩे की संभावना जताई है। लोगों को अपने स्वास्थ्य के साथ ही जानवरों और फसलों का ख्याल रखने की भी हिदायत दी है।
सीएसए विवि के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि सूरज की तपिश में लगातार इजाफा हो रहा है। इसी के साथ पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों में भी दक्षिण-पश्चिमी शुष्क हवाएं असर दिखा रही हैं। स्वास्थ्य के प्रति रहें सचेत मौसम वैज्ञानिक ने सलाह दी है कि लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। धूप से आने के बाद ठंडे पानी से परहेज करें। किसान रबी की खड़ी फसलों में आवश्यकतानुसार सिंचाई करते रहें और खरपतवारनाशी, कीटनाशी, रोगनाशी दवाओं का छिड़काव करें। सिंचाई करने के लिए बौछार प्रणाली का इस्तेमाल करें तो ज्यादा बेहतर होगा।