कानपुर। बिरहाना रोड की कराचीखाना स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की ब्रांच के लॉकर से जेवरात गायब होने के मामले में मंगलवार को कस्टमर्स का गुस्सा फूट पड़ा। ग्राहकों ने बैंक पहुंचकर जमकर नारेबाजी करते हुए हंगामा किया। बैंक प्रबंधन ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने समझा-बुझाकर और कार्रवाई का आश्वासन देकर कस्टमर्स को शांत कराया। इस दौरान वहां लोगों की भीड़ जुटी रही।
सिर्फ चांदी के सिक्के छोड़े

किराना कारोबारी पंकज गुप्ता और उनकी पत्नी निधि गुप्ता ने आरोप लगाया कि सोमवार शाम वह बैंक पहुंचे। उन्होंने अपना लॉकर खोलने का प्रयास किया तो नहीं खुला। उन्होंने बैंक प्रबंधन व पुलिस से शिकायत की जिसके बाद मंगलवार सुबह उन्हें बैंक बुलाया गया। पंकज के मुताबिक, उनके लॉकर में भी करीब बीस लाख के जेवरात थे। उनके लॉकर में लाखों रुपए की ज्वैलरी और चांदी रखी हुई थी। जब लॉकर खुला तो पूरे जेवरात गायब थे। करीब 25 लाख रुपए कीमत के जेवरात गायब हैं। सिर्फ चांदी के सिक्के छोड़े गए थे। हार का सेट, सोने के कंगन और अंगूठियों सहित बहुत सारा भूषण गायब था।
फूट-फूट कर रोईं कारोबारी की पत्नी
जेवरात गायब होने की जानकारी होने की जानकारी होते ही निधि गुप्ता फूट-फूट कर रोने लगी। वह बेहाश हो गई तो अन्य लोग व पुलिस किसी तरह उन्हें होश में लाई। वह बोली, अपनी मेहनत की कमाई ये सोच कर लॉकर में रखी थी कि वहां सुरक्षित रहेगी मगर अब तो वहां भी डाका पड़ गया। अब तो उन्हें बैंक पर भी भरोसा नहीं रहा।
एक महीने में तीन घटनाएं
एक महीने के भीतर इसी बैंक की इसी शाखा की में लॉकर से जेवरात गायब होने की तीन घटनाएं हो चुकी हैं। इसमें बैंक कर्मियों की बड़ी भूमिका है। बैंक प्रबंधन ने शाखा मैनेजर राम प्रसाद और लॉकर इंचार्ज शुभम मालवीय को हटा दिया है। पुलिस ने जांच के लिए एसआईटी का गठन भी किया है।
इनके भी जेवरात हुए गायब
कोहना रानीघाट निवासी देवकी नंदन पोद्दार व उनकी पत्नी शकुंतला, मंजू भट्टाचार्या और सीमा गुप्ता के लॉकर से भी जेवरात गायब हो चुके हैं। पहला केस 14 मार्च को दर्ज कराया गया था और दूसरा केस तीन दिन पहले पुलिस ने दर्ज किया है। दोनों मामलों में जब फॉरेंसिक टीम ने जांच की तो लॉकर की रिपिट निकली मिली थी। आसानी से ये लॉकर ग्राहक नहीं खोल पाए थे। तीनों ग्राहक कंपनी के कर्मचारियों की मदद से ही लॉकर खुलवा सके थे। यानी एक तरह से सभी में गड़बड़ी कर जेवरात पार किए गए।
बैंक के ग्राहकों में मची खलबली
तीन मामले उजागर होने के बाद लॉकरों के ग्राहक सेंट्रल बैंक की कराची खाना शाखा पहुंचने लगे हैं। हर एक को आशंका है कि कहीं उनके लॉकर से जेवरात गायब तो नहीं हो गए। बैंक के ग्राहक अब परेशान हो गए हैं। यही वजह है कि पहला मामला दर्ज होने के बाद दो और मामले उजागर हुए।