कानपुर। अप्रैल में महीने में पारे ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है। अभी अप्रैल के आठ दिन भी पूरी तरह से नहीं बीते और पारा उछलकर 42 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। सीएसए के मौसम विभाग के अनुसार, छह साल के बाद शुक्रवार को पारा 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा है। सुबह से दोपहर तक आसमान से ऐसी आग बरसी कि हर कोई बस छांव तलाशता नजर आया। दिन के साथ अब रात के भी तापमान में बढ़ोत्तरी होने लगी है।मार्च में जिस तरह गर्मी ने रिकॉर्ड तोड़ा, उसका असर अब अप्रैल में ही दिखाई देने लगा है। एक दिन पहले ही मौसम विभाग ने अनुमान जताया था कि कुछ दिनों में ही पारा 42 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है। सीएसए के मौसम विभाग का यह अनुमान 24 घंटे में ही सच साबित हो गया। सीएसए के मौसम विभाग की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को तापमान रिकॉर्ड तोड़ते हुए 42 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। यह सामान्य से 5.7 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा। वहीं, न्यूनतम तापमान भी 20.2 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। चिलचिलाती गर्मी का असर ऐसा रहा कि वातावरण में नमी का प्रतिशत घटकर 19 तक पहुंच गया। आसमान से बरसती आग के बीच लू के जबरदस्त तेवरों से राहगीरों के चेहरे झुलसे हुए नजर आए। बता दें कि इससे पहले 2016 में आठ अप्रैल को पारा 42.6 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा था। सीएसए के मौसम वैज्ञानिक डॉ एसएन सुनील पांडेय का कहना है कि आने वाले दिन शहर पर भारी पड़ सकते हैं। उनका कहना है कि किसान फिलहाल दोपहर 4:00 बजे तक खेतों में कार्य करने से बचे और पशुओं को कम से कम दो बार नहलाएं। आने वाले दिनों में तापमान में बढ़ोत्तरी के साथ ‘हीट वेवÓ का भी सामना करना पड़ेगा।