कानपुर। दबंग बिल्डर की मनमानी शासन-प्रशासन पर भारी पड़ रही है। ‘वल्र्ड खबर एक्सप्रेस के मामला उजागर करने के बाद बिधनू पुलिस तीन-चार बार मौके पर गई और काम रुकवा दिया लेकिन पुलिस के वापस लौटते ही दबंग बिल्डर और उसके गुर्गे फिर से निर्माण कार्य में लग गए। उधर, पीडि़त परिवार शनिवार को भी न्याय की फरियाद लेकर जिलाधिकारी कार्यालय भूख हड़ताल करने पहुंचा लेकिन एमएलसी चुनाव की वजह से अफसर नहीं मिले और उन्हें बैरंग लौटना पड़ा
बता दें कि पहाड़पुर, नौबस्ता निवसी रामआसरे की बिनगवां में साढ़े आठ बीघा जमीन है। इसकी कीमत करोड़ों में है। बेटे कृपाशंकर और उमाशंकर ने आरोप लगाया है कि चार साल पहले पनकी रोड, साईं कॉम्पलेक्स स्थित बीएसीएल इंडिया रियल एस्टेट लिमिटेट के डॉयरेक्टर विकास नगर निवासी ब्रजेंद्र सिंह चौहान उनके पिता से मिले और बताया कि उनकी यह जमीन सीलिंग में चली गई है। अगर यह जमीन हमें बेंच दो और हमसे एग्रीमेंट कर लो तो हम सीलिंग से जमीन मुक्त करा तुम्हें इसकी कीमत देे देंगे। इस पर पिता तैयार हो गए और 25-1-2018 को ब्रजेंद्र चौहान के साथ एक एग्रीमेंट कर लिया। आरोप है कि इस दौरान बिल्डर ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका देकर उसकी जमीन सीलिंग से मुक्त कराने का झांसा देकर उससे कई सादे कागजों पर हस्ताक्षर भी करा लिए। साथ ही उनके पिता को 50 लाख रुपए बयाना दे दिया। आरोप है कि अब बिल्डर ने वहां प्लाटिंग शुरू कर दी है। सीलिंग के बारे में कोई जानकारी नहीं देता और बकाया राशि भी नहीं दे रहा है। और तो और, बिल्डर व उसके गुर्गे अब जाम-माल की धमकी भी देते हैं। परेशान होकर गुरुवार को कृपाशंकर और उमाशंकर सीएम पोर्टल पर शिकायत की थी। जब वहां से भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया तो आज वह दोनों परिवार सहित जिलाधिकारी कार्यालय जा पहुंचे। उन्होंने पूरे मामले से अवगत कराया और बिल्डर से जमीन मुक्त कराने की गुहार लगाईं। कहा कि इस पैतृक जमीन के अलावा उसक पास कुछ नहीं है। अगर यही जमीन चली गई तो उसका परिवार सड़क पर आ जाएगा। कब चलेगा ‘बाबा का बुलडोजर
कृपाशंकर ने कहा कि योगी शासन में भू-माफियाओं पर धड़ल्ले से कार्रवाई की जा रही है लेकिन उसकी जमीन पर कब्जा किए बैठे बिल्डर पर शासन-प्रशासन ने अब तक कार्रवाई नहीं की। उसका कहना है कि, आखिर इस दबंग बिल्डर पर ‘बाबा का बुलडोजर कब चलेगा?