नई दिल्ली। जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती को जो हिंसा हुई थी, उसकी जांच जारी है। मामले में अब तक 21 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। अब क्राइम ब्रांच और फॉरेंसिक विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर आगे जांच कर रही हैं।
जहांगीरपुरी हिंसा के मास्टरमाइंड बताए जा रहे अंसार और असलम की आज एक दिन की पुलिस कस्टडी पूरी हो रही है। दोनों को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच दोनों आरोपियों की पुलिस कस्टडी लेने की कोशिश करेगी, क्राइम ब्रांच ही अब जहांगीरपुरी हिंसा की जांच कर रही है। कल अदालत में दिल्ली पुलिस ने खुलासा किया था कि अंसार और असलम को 15 अप्रैल को ही शोभा यात्रा की जानकारी थी। दोनों ने मिलकर साजिश रची। फॉरेंसिक की बड़ी टीम जहांगीरपुरी पहुंची है। दिल्ली पुलिस, क्राइम ब्रांच की टीम भी साथ में है। वहां फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम और क्राइम ब्रांच के अफसर एक गली में दाखिल हुए। ये गली मस्जिद से बेहद सटी हुई है, ये लोग मस्जिद भी पहुंचे।
सुप्रीम कोर्ट पहुंचा जहांगीरपुरी हिंसा का मामला
जहांगीरपुरी में शनिवार को हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर हुई हिंसा का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। हिंसा को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है। याचिकाकर्ता ने मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना को एक पत्र लिखा है। पत्र में मामले का स्वत: संज्ञान लेकर कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग की गई है। साथ ही हिंसा की निष्पक्ष जांच करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा जज की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित करने का आग्रह भी किया गया है।हिंसा पर काबू, घायल एसआई से मिले राकेश अस्थाना
इससे पहले, दिल्ली के कमिश्नर राकेश अस्थाना बीती रात जहांगीरपुरी पुलिस स्टेशन के सब-इंस्पेक्टर मेदा लाल से उनके आवास पर जाकर उनका हालचाल जाना। कमिश्नर की तरफ से हर संभव मदद को भरोसा दिया गया। दिल्ली पुलिस ने कहा है कि हिंसा पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया है। इससे पहले रविवार को भी कोई उपद्रव नहीं हुआ।