– अब मंदिर से बाहर नहीं जा रही लाउडस्पीकर की आवाज
गोरखपुर। ‘धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर की आवाज उतनी ही आनी चाहिए जिससे किसी को असुविधा न हो।’ यह निर्देश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश भर के लिए जारी करने के साथ बतौर गोरक्षपीठाधीश्वर पीठ और उससे जुड़े मंदिरों में लागू भी कर दिया है। गोरखनाथ मंदिर सहित उससे जुड़े सभी मंदिरों में लगे लाउडस्पीकर की आवाज कम कर दी गई है। अब गोरखनाथ मंदिर में बजने वाले भजन की आवाज मंदिर परिसर से बाहर नहीं जा रही है।अब सभी मंदिरों में भजनों की गूंज परिसर से बाहर नहीं जा रही है। उसे ध्वनि प्रदूषण के मानक स्तर से कम कर दिया गया है। मंदिर प्रबंधन के मुताबिक भजन बजाने वाले को इस बाबत सख्त निर्देश दे दिया गया है। गोरखनाथ मंदिर और जिले में उससे जुड़े मानसरोवर मंदिर, मंगला माता मंदिर, रामजानकी मंदिर, सोनबरसा मंदिर में प्रतिदिन सुबह 4:00 से 7:30 बजे यानी साढ़े तीन घंटे तक और शाम को 05:00 से 7:30 बजे यानी ढाई घंटे तक लाउडस्पीकर से भजन बजाए जाते हैं। पहले माहौल में भक्ति भाव घोलने के लिए भजनों की गूंज ध्वनि प्रदूषण के मानक से काफी अधिक रहती थी।मंदिरों के लाउाडस्वीकों से भजन अब ध्वनि प्रदूषण के सामान्य स्तर 45 डेसीबल के आसपास ही रखे जा रहे हैं। ऐसा गोरक्षपीठ से जुड़े मंदिरों में सुनिश्चित किया जा रहा है। अब किसी भी धार्मिक स्थल पर नया लाउडस्पीकर न लगने पाए, यह भी मुख्यमंत्री का निर्देश है।